आखिर हम क्यों न उतार पाएंगे मां के दूध का कर्ज

एनटी न्यूज़ डेस्क / लखनऊ / अमिता बाजपेई 

जैसा हम सब जानते हैं कि शिशु के लिए माँ का दूध कितना लाभकारी होता हैं माँ के दूध से बच्चे को पौष्टिक तत्व मिलते हैं। माँ का दूध बच्चे के लिए सर्वोत्तम होता है। इसलिए बच्चे को जन्म से छ: महीने तक माँ का दूध पिलाना अति आवश्यक कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बच्चे को छ: महीने तक माँ का दूध पिलाने की सलाह दी जाती है। स्तनपान कराने से बच्चे के साथ-साथ माँ को भी अनेक फायदे होते हैं। स्तनपान कराने से ब्रेस्ट कैंसर, मधुमेह जैसी बीमारियों के होने का खतरा भी कम होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय बच्चे को 6 माह के बाद भी स्तनपान कराने की सलाह देते हैं जोकि बच्चे को पौषिक तत्व प्रदान करता है। 

आइये जानते हैं कि शिशु को स्तनपान कराने के क्या फायदे होते हैं –

  • स्तनपान शिशु के लिए सबसे पौष्टिक आहार है जो बच्चों को होने वाले इन्फ़ैक्शन से बचाता है और स्वस्थ रहने में मदद करता है।
  • माँ का दूध बच्चे के लिए सबसे पौष्टिक आहार माना गया है जोकि बच्चे को आयरन की कमी को पूरा करता है जो फॉर्मूला दूध में नहीं पाया जाता है। माँ का दूध बहुत हल्का होता है जो आसानी से पच जाता है।

कौन सी बीमारियाँ होती हैं ठीक…

  • स्तनपान करवाने से बचपन में होने वाली सांस की बीमारी या एगज्मा जैसी बीमारी होने का खतरा भी कम होता है।
  • बच्चे के जन्म के बाद अगर बच्चे का वजन काफी कम होता है तो माँ के दूध से बच्चे के वजन में सुधार होता है।
  • स्तनदूध में लॉग-चैन पॉलीअनसेचुरेटेड वसीय अम्ल भी पाये जाते हैं जो बच्चे के मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत जरूरी होते हैं।
  • माँ का दूध बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है जो उसे होने वाली अनेक बीमारियों से भी बचाता है और उसे स्वस्थ रखता है।
  • शिशु थोड़ा बड़ा होने पर अगर कभी बीमार होता है और खा-पी न रहा हो ऐसे में अगर बच्चा स्तनपान कर रहा है तो उसे बहुत आराम मिलता है और उसे माँ के दूध से जल्दी ठीक होने में भी मदद मिलती हैं।

स्तनपान कराने से लाभ हैं…

  • जिन बच्चों को बचपन में माँ का दूध नहीं नसीब होता है, गाय या भैंस का दूध पिलाया जाता है, उन बच्चों को इन्फ़ैक्शन होने का खतरा रहता है। माँ का दूध इन सभी होने वाले इन्फ़ैकशन से बचाता है, और और आयरन की कमी को पूरा करता है और बच्चों की हड्डियों को भी मजबूत बनाता है।
  • माँ का दूध शिशु के लिए जीवन रक्षक होता है जिन बच्चों को बचपन में माँ का दूध नहीं नसीब होता है उन्हें पेट और मस्तिष्क से संबधित बीमारियाँ होने का खतरा होता है इसलिए शिशु के लिए माँ का दूध ही श्रेष्ठ माना गया है।
  • बच्चे को दूध पिलाने से माँ और बच्चा दोनों ही पूरी तरह से स्वस्थ्य रहते है।

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