एनटी न्यूज डेस्क/जम्मू-कश्मीर/श्रवण शर्मा
जम्मू कश्मीर में दक्षिण कश्मीर के शोपियां इलाके से कल संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा अपहृत पुलिस कांस्टेबल जावेद अहमद डार का गोलियों से छलनी शव आज सवेरे बरामद किया गया। चार अज्ञात आतंकवादियों ने कल एक स्थानीय मेडिकल स्टोर से कांस्टेबल जावेद अहमद डार का अपहरण कर लिया था।
अभी तक किसी भी आतंकी गुट ने डार की हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है। कांस्टेबल जावेद अहमद डार, जिले के एक वरिष्ठ आई.पी.एस. अधिकारी के निजी सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात थे।
बूढ़ी मां बिलख-बिलखकर रो पड़ी
डार का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके घर लाया गया, जहां एक बूढ़ी मां को बड़ी बेसब्री से अपने बेटे का इंतजार था। वह जानती हैं कि अब उनका जवान बेटा इस दुनिया में नहीं है, पर मां का दिल इसे मानने, यकीन करने को तैयार नहीं है।
Family in mourning as mortal remains of constable Javaid Ahmad Dar are brought to his residence in Shopian. His body was found by locals in Kulgam's Pariwan after he was abducted by terrorists from a local medical shop (in 3rd picture) in Shopian last night. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/5Py2eCyeUb
— ANI (@ANI) July 6, 2018
अंतिम विदाई देने उमड़ा जन सैलाब
अहमद डार को अंतिम विदाई देने शुक्रवार को पूरा शोपियां उमड़ पड़ा। यहां मौजूद लोगों की आंखें जहां डार के लिए नम थीं, वहीं इन आंखों में आतंकियों के लिए गुस्सा भी साफ नजर आ रहा था, जो लगातार अपनी कायराना हरकतों से यहां सैन्य व पुलिस अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं।
औरंगजेब की भी हुई थी हत्या
पिछले महीने औरंगजेब को उस वक्त अगवा किया था जब वो ईद की छुट्टियों पर घर जा रहे थे। फिर 14 जून की शाम को उनका गोलियों से छलनी शव पुलवामा जिले के गुस्सु गांव में बरामद हुआ था। औरंगजेब जम्मू-कश्मीर की लाइट इन्फेंट्री का हिस्सा थे, जो 44 राष्ट्रीय रायफल्स के साथ काम कर रही थी। औरंगजेब शोपियां में 44RR की कोर टीम का हिस्सा थे। जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर के भतीजे महमूद भाई को जिस सेना की टीम ने मारा था, औरंगजेब उसी टीम का हिस्सा रहे थे। इसी का बदला लेने के लिए आतंकियों ने औरंगजेब को निशाना बनाया था।
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