Thursday , 16 May 2024

मथुरा में धूमधाम से मनाया गया ईस्टर संडे, प्रभु यीशु के लौटने की खुशी में कि प्रार्थना

एनटी न्यूज / मथुरा / रवनीत मैसी

– मथुरा में धूमधाम से मनाया गया ईस्टर संडे
– सैकड़ों की संख्या में प्रभु के अनुयाई पहुंचे चर्च

मथुरा – बाढ़पुरा स्थित सेंट्रल मेथाडिस्ट चर्च में बड़ी धूमधाम के साथ ईस्टर संडे का त्यौहार मनाया गया। ईस्टर के मौके पर चर्च में तरह-तरह के फूलों से सजावट की गई। सैकड़ों की संख्या में प्रभु यीशु के अनुयाई ने चर्च में प्रार्थना की पूरी मानवता के लिए दुआएं की प्रार्थना के लिए चर्च पहुंचे आरके मसीह ने प्रभु यीशु से पूरी मानवता को कोरोना से मुक्त करने के लिए दुआ मांगी!

 

ईस्टर के मौके पर पास्टर पंकज इंद्रजीत ने सभी कलीसिया समाज को ईस्टर की बधाई दी। साथ ही सभी मथुरा वासियों और देशवासियों को भी ईस्टर संडे की बधाई दी।

बाइट – पंकज इंद्रजीत (रेवरेंड ) डिस्ट्रिक्ट सुपरिटेंडेंट सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च ऑफ मथुरा 

क्यूं मनाया जाता हैं ईस्टर संडे ?

ईसाई धर्म की पवित्र पुस्तकों के अनुसार, करीब दो हजार साल पहले यरुशलम के एक पहाड़ पर ईसा मसीह को क्रॉस पर लटका दिया गया था। इससे पूर्व उन्हें काफी यातनाएं दी गईं।

बाइट – उषा मसीह भक्त

तब कष्ट सहने करते हुए भी ईसा मसीह ने ईश्वर से प्रार्थना की- हे प्रभु, इन्हें माफ कर देना, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहे हैं। जिस दिन ईसा मसीह ने सत्य की रक्षा करते हुए देह का त्याग किया, वह गुड फ्राइडे के रूप में मनाया जाता है।

इसके पश्चात उनके शरीर को कब्र में सुरक्षित रखा गया और रविवार के दिन वे पुन: जीवित हो गए। यह दिन ईस्टर संडे के रूप में मनाया जाता है। इस प्रकार ईस्टर संडे का यह संदेश है कि सत्य परेशान हो सकता है, परंतु उसे मिटाया नहीं जा सकता। एक दिन वह पुन: जीवित होकर आते है।