Friday , 10 May 2024

संचारी रोग एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विभिन्न विभाग मिल कर करेंगे काम

एनटी न्यूज़डेस्क/प्रयागराज 

प्रयागराज: जनपद में एक मार्च से पूरे माह संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जायेगा। अभियान के संचालन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ ही नगर विकास, पंचायतीराज, पशुपालन, चिकित्सा शिक्षा, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार (आई.सी.डी.एस.), शिक्षा, दिव्यांगजन संशक्तिकरण, कृषि एवं सिंचाई विभाग की अहम् भूमिका होगी । यह सभी विभाग मिल कर अभियान में काम करेंगे ।

अभियान की सभी तैयारियां लगभग पूरी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर राय ने बताया कि अभियान की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। एक से 31 मार्च तक पूरे जनपद में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जायेगा । इसमें सभी विभागों के माध्यम से समुदाय में जन जागरूकता कार्यक्रम चलाये जायेंगे। अन्य विभागों से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 10 से 24 मार्च तक दस्तक अभियान चलाया जायेगा। इसमे आशा कार्यकर्ता घर-घर जा कर लोगों को मच्छर जनित रोगों खासकर डेंगू व मलेरिया और उनसे बचाव पर जागरूक करेंगी और बतायेंगी कि मच्छर किन परिस्थितियों में पनप सकते हैं।

विभागों के कार्य एवं दायित्वों पर चर्चा

जिला मलेरिया अधिकारी कौशल प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि 20 फरवरी को नोडल अधिकारी संचारी रोग डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सी.एम.ओ. कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। इसमें सभी ए.सी.एम.ओ. व कर्मचारियों के साथ संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सफल संचालन के लिए सभी विभागों के कार्य एवं दायित्वों पर चर्चा हुई और आगे की रणनीति तय की गई।

घर-घर जा कर लेंगी जानकारी

कौशल प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि 10 से 24 मार्च तक ‘दस्तक अभियान’ के अन्तर्गत आशा कार्यकर्ता घर-घर जा कर लोगों को संचारी रोगों पर जागरूक करने के साथ ही बुखार और क्षय रोग के सम्भावित मरीजों की जानकारी जुटाएंगी। टी.बी. के लक्षण वाले व्यक्ति की सूचना मिलने पर ए.एन.एम. के मध्य से जानकारी मुख्यालय पर देंगी। इसके साथ ही आशा कार्यकर्त्ता जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र से छूटे शिशुओ व व्यक्तियों का पंजीकरण करेंगी। कुपोषित बच्चों की सूची, दिमागी बुखार के कारण दिव्यांग हुए व्यक्तियों की सूची भी बनायेंगी और टीकाकरण से छूट गए बच्चों का चिन्हीकरण भी करेंगी जिससे सम्पूर्ण टीकाकरण हो सके। उन्होंने ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग इस अभियान में नोडल विभाग की भूमिका निभा रहा है। अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर उनका प्रशिक्षण और संवेदीकरण किया जा रहा है।