एनटी न्यूज़ डेस्क/ कर्णाटक दौरा
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में कर्णाटक सरकार की तरफ से एक बड़ी कमी सामने आई है. पीएम मोदी असल में दो दिनों की कर्णाटक यात्रा पर थे. यहाँ प्रधानमंत्री मोदी ने कई स्थानों पर रैली की और उन्होंने कई योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया. इस दौरान उन्होंने कर्णाटक में इसी साल होने वाले चुनाव के लिए अपनी पार्टी की तरफ से ‘चुनावी बिगुल’ की शुरुआत भी की. इस दौरान उनके ठहरने के लिए मैसूर जिला प्रशासन नाकामयाब रहा. ऐन वक्त पर पीएम मोदी के लिए वहां रुकने का इंतजाम किया गया.
क्या है यह मामला…?
प्रधानमंत्री मोदी और उनके स्टाफ को मैसूर के मशहूर होटल ललित महल पैलेस में ठहरने की जगह नहीं मिल पाई, क्योंकि लगभग सारे कमरे एक शादी समारोह के लिए बुक थे.
मैसूर जिला प्रशासन ने बाद में शहर के एक अन्य आलीशान होटल में उनके लिए ठहरने का इंतजाम किया.
यह मामला इस लिए भी गंभीर हो जाता है क्योंकि देश के प्रधानमंत्री का कोई भी कार्यक्रम कम से कम 15 दिन पहले तय किया जाता है. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके साथ रहने वाले लोगों का जिला प्रशासन द्वारा ठहरने का इंतजाम न कर पाना प्रदेश सरकार के प्रशासनिक क्षमता की नाकामी को दर्शाता है.
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क्या कहा होटल के महाप्रबंधक ने…
इस मामले में होटल के महाप्रबंधक जोसेफ मथियास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उपायुक्त कार्यालय के एक अधिकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सुरक्षार्किमयों सहित उनके स्टाफ के लिए कमरे बुक करने हमारे पास आए थे, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके, क्योंकि ज्यादातर कमरे एक शादी समारोह के लिए बुक थे.
प्रबंधक मथियास ने आगे कहा कि पीएम मोदी यहां ऐसे समय आने वाले थे, जब एक शादी का रिसेप्शन था. उस समय हमारे पास केवल तीन कमरे उपलब्ध थे, जो उनके लिए पर्याप्त नहीं थे.
उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए, इतने बड़े स्टाफ के लिए केवल तीन कमरे बुक करना सही नहीं था.
फिर आनन-फानन में बुक हुआ दूसरा होटल
जब मैसूर के मशहूर होटल ललित महल पैलेस म एन प्रधानमंत्री और उनके स्टाफ के लिए ठहरने की व्यवस्था नहीं हो सकी तब जिला प्रशासन में उनके लिए एक वैकल्पिक व्यवस्था की.
जिला प्रशासन ने पीएम मोदी के लिए वहीँ के आलीशान होटल रेडिसन ब्लू में व्यवस्था किया, जहां वह रविवार और सोमवार (19 फरवरी, 2018) तक ठहरे.
इस मामले में कहा जा रहा है कि वहां भी होटल प्रबंधन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एक कारोबारी परिवार को शादी के रिसेप्शन का समय बदलने को कहा, ताकि यह प्रधानमंत्री के आने से पहले संपन्न हो जाए.
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क्या कहा प्रधानमंत्री मोदी ने वहां पर…?
गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भ्रष्टाचार को लेकर कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार पर जमकर हमला बोला.
वहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनके शासन में हर रोज नए घोटाले तथा भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ रहे हैं.
मोदी ने भाजपा की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में जब उन्होंने सिद्धरमैया सरकार पर ‘10 प्रतिशत कमीशन’ का आरोप लगाया तो उन्हें बहुत से लोगों के फोन आए, जिन्होंने कहा कि उनके पास सही सूचना नहीं है और दावा किया कि यह कमीशन कहीं ज्यादा है.
चुनावी राज्य कर्नाटक में इस महीने अपनी दूसरी रैली में मोदी ने रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि राज्य को ‘कमीशन सरकार चाहिए या मिशन सरकार चाहिए.’
रोज आ रहा नया घोटाला सामने…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्णाटक की सिद्धरामैया सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि कर्नाटक के किसी ना किसी हिस्से में हर दिन एक नया घोटाला, नया भ्रष्टाचार, नया आरोप उनके एक या दूसरे नेता पर लगता है या उनके किसी मंत्री या सरकार के किसी कार्यक्रम के खिलाफ लगता है.
वहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मैं कर्नाटक के लोगों के गुस्से को समझ सकता हूं. उन्होंने जोर देकर कहा कि कर्नाटक को ‘मिशन सरकार चाहिए’, न कि ‘कमीशन सरकार.’
आपको ज्ञात को कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत चार फरवरी को कर्नाटक में एक जनसभा में सिद्धरमैया सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि उसने भ्रष्टाचार में नए रिकॉर्ड बना दिए हैं.
उस रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि उसके (सिद्धरमैया सरकार) चले जाने की उलटी गिनती शुरू हो गई है.
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