Thursday , 16 May 2024

2022 तक 250 रुपये में कर सकेंगे बुलेट ट्रेन का सफ़र

अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन रोजाना 70 फेरे लगाएगी. इसके लिए कई रैक का प्रयोग किया जाएगा. ज्यादा फेरों का मकसद बुलेट ट्रेन को घाटे से बचाना है. इसके लिए यात्रियों के समक्ष 250 से 3000 रुपये तक के किराये के पैकेज पेश किए जाएंगे. बुलेट ट्रेन का निर्माण इस साल दिसंबर से शुरू होकर 2022 के अंत तक समाप्त होने की उम्मीद है.

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दो तरह के होंगे पैकेज…

नेशनल हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन (एनएचएसआरसी) के प्रबंध निदेशक अचल खरे के अनुसार, आज की बाजार स्थिति के अनुसार, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का किराया दो हिस्सों में बांटने का निर्णय लिया गया है. एक अहमदाबाद से मुंबई के पहले बाहरी स्टेशन तक और दूसरा मुंबई के बाहरी स्टेशन से अंतिम भीतरी स्टेशन तक.

खरे ने कहा कि पहला पैकेज 3000 रुपये का होगा, जबकि भीतरी पैकेज की कीमत केवल 250 रुपये होगी. इसमें मुंबई और आसपास के सात स्टेशन कवर होंगे.

वह कहते हैं कि इसे उन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है जो थाणो से बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स के बीच आवागमन के लिए रोजाना टैक्सी का उपयोग करते हैं और 550-650 रुपये खर्च करने के बावजूद ट्रैफिक जाम में फंसते हैं.

उन्होंने कहा कि इन लोगों को बुलेट ट्रेन 15 मिनट में गंतव्य तक पहुंचाएगी. बुलेट ट्रेन 200 किलोमीटर की औसत तथा 320 किलोमीटर की अधिकतम रफ्तार पर चलेगी.

प्रत्येक ट्रेन में 10 स्टैंडर्ड कोच होंगे

खरे ने कहा, बुलेट ट्रेन दस-दस मिनट के अंतराल पर चलेगी. प्रत्येक ट्रेन में 10 स्टैंडर्ड कोच होंगे. रोजाना सत्तर फेरे लगाने के लिए इस तरह की 35 ट्रेनें रोजाना चलाने का प्रस्ताव है.

खरे ने उम्मीद जताई कि लगभग 40 हजार लोग रोजाना बुलेट ट्रेन का उपयोग करेंगे.

उन्होंने कहा, ट्रेन के बिजनेस क्लास में खाना सर्व किया जाएगा और इसकी कीमत टिकट में शामिल होगी, जबकि इकोनामी क्लास में यह वैकल्पिक होगा और इसके लिए अलग से भुगतान करना होगा.

इसी साल शुरु हो जाएगा निर्माण कार्य

खरे ने कहा, बुलेट ट्रेन का निर्माण इसी वर्ष दिसंबर से प्रारंभ हो जाएगा. पूरी परियोजना में केवल समुद्र के नीचे 21 किलोमीटर सुरंग वाले हिस्से का निर्माण जापानी कंपनियां करेंगी.

खरे के अनुसार, ‘जापानी शिकांशेन की भांति भारतीय बुलेट ट्रेन भी सुरक्षा और समय पालन के मामले में मानक स्थापित करेगी. इसके लिए 360 कर्मचारियों को जापान में प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है.ʼ

वह कहते हैं कि इनमें से 80 को शिंकांशेन बुलेट टेन में वास्तविक ट्रेनिंग दी जाएगी. बुलेट ट्रेन को अमली जामा पहनाने के लिए 80 जापानी अधिकारी भारत में काम कर रहे हैं.

साबरमती स्टेशन का थीम होगा बापू का डांडी मार्च

बुलेट ट्रेन के अहमदाबाद स्थित साबरमती स्टेशन का थीम महात्मा गांधी का डांडी मार्च होगा. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अचल खरे का कहना है कि साबरमती स्टेशन की कुल लागत 250 करोड़ रुपये होगी.

इसके परिसर में तीन तलों की पार्किग बनाई जाएगी, जिसमें कार के साथ बसों और आटो को खड़ा करने की सुविधा होगी. इसके साथ ही यह दो मेट्रो स्टेशनों के साथ भारतीय रेल के स्टेशन से भी संबद्ध किया जाएगा. चार सौ मीटर लंबे फुट ओवर ब्रिज का इस्तेमाल करके यात्री साबरमती स्टेशन में पहुंच सकेंगे.