Monday , 29 April 2024

बास्केट ऑफ चॉइस से चुने अभी पसंद से परिवार नियोजन के उपाय

कौशांबी:  हर वर्ष की भाति इस वर्ष भी विभाग द्वारा जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मना रहा है जिसमे परिवार नियोजन के अंतर्गत आने वाले सभी दंपत्तियों को परिवार नियोजन के समस्त स्थाई एवं अस्थाई साधनों के बारे में परामर्श देकर उनको उनकी सुविधा एवं इच्छानुसार उसके साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी, इस बार विश्व जनसंख्या दिवस की इस थीम पर जनपद में विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा चलाया जा रहा हैं |

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल डॉ अरुण आर्या ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा की शुरूआत 11 जुलाई से की गई है, जो 31 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान आशा अपने-अपने कार्य क्षेत्र की आबादी में योग्य दंपति को चिन्हित करेंगी। योग्य दंपति यानि जिनको परिवार नियोजन के बारे में परामर्श की आवश्यकता है। चिन्हित दंपति को परिवार नियोजन के लिए बास्केट ऑफ चॉइस के बारे में बताया जायेगा।

इस दौरान जनपद के ब्लाक और गांव में मोबाईल पब्लिसिटी वैन से परिवार नियोजन का सन्देश जोर शोर से प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है। इस बार के कार्यक्रम में डिजिटल प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सएप, एसएमएस आदि की पूरी मदद ली जाएगी। साथ ही पात्र लाभार्थी को दो महीने के लिए गर्भनिरोधक गोली और कंडोम वितरित किया जाएगा। इस दौरान अंतरा और आई.यू.सी.डी को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। हर इच्छुक लाभार्थी के लिए पुरुष या महिला नसबंदी की पूर्व पंजीकरण की भी सुविधा की गई है।

जिला परिवार नियोजन एवं सामग्री प्रबंधक देव प्रकाश यादव ने बताया कि विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के दौरान 11 जुलाई से 18 जुलाई तक कुल 15 महिला नसबंदी, 01 पुरुष नसबंदी की गयी साथ ही 270 आई.यू.सी.डी, 157 पी.पी.आई.यू.सी.डी, 217 अंतरा का लाभ लाभार्थियों को दिया गया हैं | साथ ही गावं समुदाय में आशा, एएनएम के द्वारा 30459 निरोध, 4012 माला एन कि गोली, 3052 छाया गोली, 1469 इमरजेंसी पिल के साथ लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन देते हुए जागरूक किया गया। तथा उन्हें बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा आगामी 31 जुलाई तक जारी रहेगा।

उन्होंने बताया कि विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के दौरान आशा अपने-अपने कार्य क्षेत्र की आबादी में योग्य दंपति को चिन्हित करके लाभार्थियो को स्थाई व अस्थाई साधन के बारे में जागरूक करती हैं ।