Thursday , 9 May 2024

शहीद के घर गूंजी किलकारी, छाई खुशी

एनटी न्यूज / एटा / आर.बी. द्विवेदी

पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद शहीदों को जहां पूरा देश नमन कर रहा है वहीं पाक की कायराना हरकत के चलते पूरे देश में लोगों में भारी उबाल देखा जा रहा है. 5 दिसम्बर को जम्मू-कश्मीर में पाक सेना की फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब देते हुए एटा के लाल राजेश यादव शहीद हो गये थे.

शहीद राजेश यादव की फोटो

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मां भेजेगी अपने लाडले को पिता बदला लेने..

दुश्मन देश की करतूत के बाद बदले की आग में सुलग रहे शहीद के आंगन में जब किलकारी गूंजी तो मानों शहादत के तराने गाने लगी. शहीद की पत्नी ने देशभक्ति और पति की शहादत के बाद गम के आंसूओ में डूबी पत्नी श्वेता ने पति राजेश जब शहीद हुए थे तब कहा था कि उसकी कोख में पल रहा लाल हुआ तो वो उसे भी सेना में भेजेंगी और हुआ भी वही. जब शहीद की वीर पत्नी ने बेटे को जन्मा तो उसे भी सेना में भेजने की बात कही ताकि वो अपने वीर पिता का बदला लेकर देश की सेवा कर सके.

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ढाई महीने पहले यह हुआ था….

जम्मू कश्मीर में 5 दिसम्बर को जलेसर के रेजुआ गांव के रहने वाले राजेश यादव पाकिस्तानी सेना के हमले में शहीद हो गये थे, उस समय उनकी पत्नी गर्भवती थी. वीर जांबाज की पत्नी के लिए ये समय बहुत ही कड़ा इम्तहान ले रहा था. एक ओर पति के बिछुड़ने का गम तो दूसरी ओर उसकी कोख में पल रहे बच्चे के जीवन की चिंता थी. पति की शहादत से गौरवान्वित श्वेता ने तब कहा था कि बेटा जन्मा तो उसे भी में सेना में भेजूंगी. श्वेता के दिलो-दिमाग में हर वक्त पति की जांबाजी के किस्से गूंजते रहे. 14 फरवरी को श्वेता ने शहीद के बेटे को जन्म दिया और अपने बेटे को सेना में भेजने की बात कही ताकि वो भी पापी पाक से अपनी पिता की शहादत का बदला ले सके.

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“मानो राजेश लौट आया हो…”

एटा के शहीद लाल राजेश यादव के गांव रेजुआ में शहीद के बेटे की किलकारियों गूंजी तो मानों जैसे उनका गम हल्का हो गया हो. शहीद राजेश की जांबाजी और देश के लिए शहीद होने पर शहीद का पूरा घर गमजदा था लेकिन ढाई माह के अंतराल के बाद शहीद के बेटे की किलकारियों के बाद शहीद के घर मानो जैसे राजेश के रूप में उनका लाल आ गया हो. शहीद राजेश की कमी तो नहीं पूरी की जा सकती, लेकिन उसके बेटे की किलकारियों से घर में खुशियां छा गईं. पुलवामा हमले के बाद रेजुआ गांव में भी शहीद की यादें ताजा हो गई हैं. जहां एक ओर शहीद के लाल की किलकारियों ने उनके गम को कुछ कम किया है वहीं शहीद के पत्नी ने किलकारी में देशभक्ति की गूंज भर दी है.

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