Monday , 20 May 2024

वेंटिलेटर सपोर्ट पर प्रणब मुखर्जी, अभी भी उनकी हालत गंभीर बानी हुयी हैं

न्यूज़ टैंक्स | लखनऊ 


पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का हालत उनकी नाजुक बानी हुयी है, अभी भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर उनकी इलाज चल रहा है बता दे की मस्तिष्क में रक्त का थक्का जमने के बाद ऑपरेशन किया गया था, फिर भी उनकी हालत में अभी गिरावट नहीं आई है। दिल्ली कैंट स्थित आर्मी रीसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रणब मुखर्जी का हालत गंभीर बानी है डॉक्टर लगातार निगरानी कर रहे है अस्पताल के चिकित्सों ने रविवार को बताया की अभी उनकी हालत वैसी ही हैं।

प्रणब के पुत्र अभिजीत ने ट्वीट कर बताया की शनिवार को पिता को देखने अस्पताल गए थे उनके शरीर पर दवा के असर हो रहा हैं और मुझे पूरा विश्वास व भगवान से कामना करता हूँ की वह जल्द हमलोग के सामने होंगे, प्रणब के कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।

बताते चले की

साल 2018 के अप्रैल में प्रणब मुखर्जी की किताब ‘द टर्बुलेंट ईयर्स 1980-1996’ विवादों में घिर गई थी। तब किताब के कुछ अंश पर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप लगे थे। इसे हटाने के लिए कोर्ट में याचिका भी दी गई थी लेकिन कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया था।

प्रणब मुखर्जी ने अपनी किताब ‘द टर्बुलेंट ईयर्स 1980-1996’ में लिखा है कि भारत में जूडिशियल ऑर्डर राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव का नतीजा होते हैं। किताब के इस अंश को न्यायपालिका की छवि को धूमिल करने वाला बताया गया था और इसे कोर्ट की अवमानना कहा गया था लेकिन याचिका खारिज हो गई थी।

प्रणब मुखर्जी 1969 में पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे, उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा और वे पांच बार राज्यसभा के लिए चुने गए। 2004 से वह दो बार के लिए लोकसभा सांसद भी रहे।वह योजना आयोग के उपाध्यक्ष भी रहे। 1982 में वो पहली बार इंदिरा गांधी की सरकार में वित्त मंत्री बनाए गए थे।