Friday , 17 May 2024

RBI : लगातार 5वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, GDP ग्रोथ अनुमान 10.5 फीसदी पर

पांच अप्रैल को शुरू हुई भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक आज समाप्त हो गई है। इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास आज मौद्रिक नीति की घोषणा की। कोरोना वायरस महामारी के चलते देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। ऐसे में केंद्रीय बैंक द्वारा किए जा रहे ऐलान अहम हैं। यह वित्त वर्ष 2021-22 की पहली एमपीसी की बैठक थी। एमपीसी ने ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया है। मालूम हो कि रिजर्व बैंक ने आखिरी बार 22 मई 2020 में नीतिगत दरों संशोधन किया था।

रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं

बता दें कि आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बरकरार है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा। MPC की तीन दिन की बैठक 5 अप्रैल से 7 अप्रैल को हुई। आरबीआई ने नीतिगत दरों पर लगातार पांचवीं बार यथास्थिति बरकरार रखी।

RBI गवर्नर ने कहा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, एमएसएफ और ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। RBI गवर्नर ने कहा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, एमएसएफ और ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। उन्होंने कहा, एमपीसी के सभी सदस्य ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने के पक्ष में हैं।

RBI

शक्तिकांत दास ने कहा, कोरोना के बढ़ने मामले बढ़ने के बावजूद इकोनॉमी में रिकवरी है। लॉकडाउन का ग्रोथ पर सीमित असर हो सकता है। ग्रामीण मांग में सुधार हुआ है। आरबीआई अकोमडेटिव रुख पर कामय है। कोरोना में उछाल से अस्थिरता बनी है। आरबीआई गवर्नर ने कहा, वित्त वर्ष 2022 में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 10.5 फीसदी पर बरकरार है। उनके मुताबिक, FY22 में रियल जीडीपी ग्रोथ 10.5 फीसदी संभव है।

यह हैं बैठक की प्रमुख बांतें

  • – मार्जिनल स्टैंडिंग फसिलिटी (MSF) रेट भी 4.25 फीसदी पर है।
  • – दास ने आगे कहा कि रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35 फीसदी पर स्थिर रखा गया है।
  • – इसके साथ ही बैंक रेट में भी कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है। यह 4.25 फीसदी पर है।
  • – इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने मौद्रिक रुख को ‘उदार’ बनाए रखा है।
  • – दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक प्रणाली में पर्याप्त नकदी सुनिश्चित करेगा, ताकि उत्पादक क्षेत्रों को ऋण आसानी से मिले।
  • – वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार है, लेकिन अनिश्चितता अब भी बरकरार है।

– इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 22.6 फीसदी होगी, दूसरी तिमाही में 8.3 फीसदी, तीसरी तिमाही में 5.4 फीसदी और चौथी तिमाही में 6.2 फीसदी।

– उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे टीकाकरण तेज हो रहा है, वैसे-वैसे विश्वभर की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगी। अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए सभी संभव प्रयास किए जाएंगे।

कोरोना वायरस महामारी के बावजूद अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है

– लेकिन हाल ही में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़े हैं, उससे थोड़ी अनिश्चितता बढ़ी है। लेकिन भारत चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है।

– मुद्रास्फीति पर दास ने कहा कि, वित्त वर्ष 2022 में सीपीआई 5.1 फीसदी रह सकती है। पहली और दूसरी तिमाही में खुदरा महंगाई दर 5.20 फीसदी रह सकती है। चौथी तिमाही में यह पांच फीसदी हो सकती है।

– शक्तिकांत दास ने कहा कि खाने-पीने वाले के सामानों की मंहगाई दक्षिण-पश्चिम मानसून और पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स पर निर्भर करेगी।

– उन्होंने कहा कि, बाजार में तरलता बढ़ने पर जोर रहेगा। वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में केंद्रीय बैंक एक लाख करोड़ रुपये का बॉन्ड खरीदेगा। सरकारी सिक्योरिटीज प्रोग्राम के तहत 25,000 करोड़ रुपये का बॉन्ड खरीदे जाएंगे।

– टीएलटीआरओ ऑन टैप योजना को बढ़ाने का ऐलान किया गया। टीएलटीआरओ ऑन टैप योजना को बढ़ाकर 30 सितंबर 2021 कर दिया गया है।

– साथ ही नाबार्ड, राष्ट्रीय आवास बोर्ड (एनएचबी) और सिडबी को 50,000 करोड़ रुपये की सहायता देने का ऐलाना भी किया गया है। इसमें से नाबार्ड 25,000 करोड़ मिलेंगे, एनएचबी को 10,000 करोड़ मिलेंगे और सिडबी को 15000 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।

– पेमेंट कंपनियां भी नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) और रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) के जरिए पैसे ट्रांसफर कर सकेंगी। अभी तक यह सुविधा केवल बैंकों को ही मिलती है।