Friday , 10 May 2024

नहीं रहे आईपीएस सुरेन्द्र दास, सल्फास खाकर दी जान

 एनटी न्यूज़ डेस्क लखनऊ-

पाँच दिन तक ज़िंदगी और मौत की कशमकश से जूझने के बाद उसने हार मान ली। उनकी मौत तनाव मे आकार सल्फास खाने  से हुई है संदिग्ध हालत मे सल्फास खाने के बाद उनकी हालत काफी बिगड़ गयी पाँच दिन तक ज़िंदगी और मौत से जूझने के बाद रविवार दोपहर को उन्होने अन्तिम सांस ली। आपको बता दें कि आईपीएस सुरेन्द्र दास मूल रूप से बलिया के रहने वाले थे उनकी तैनाती कानपुर मे थी ।

रविवार दोपहर कानपुर मे ली अन्तिम सांस-

आपको बता दें कि आईपीएस सुरेन्द्र दास बैच 2014 ने तैनात हुए थे। पिछले कुछ दिनो से तनाव मे होने के कारण 25 ग्राम सल्फास का सेवेन कर लिया हालत बिगड़ने पर उन्हे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पाँच दिन जिंदगी ओर मौत से लड़ने के बाद रविवार दोपहर को उन्होने दुनिया को अलविदा कह दिया। डॉ राजेश अग्रवाल ने मेडिकल बुलिटेन जारी कर मौत की खबर पर मोहर लगाई ।

इससे पहले भी दी कई अफसरों ने दी जान-

इससे पहले भी कई अफसर ऐसे सामने आए है जिनहोने आसानी से मौत को गले लगाया है। लखनऊ मे 29 मई को राजेश साहनी ने अपने ही कार्यालय मे खुद को सर्विस रिवाल्वर से गोली मार्कर खुदखुशी कर ली जिसके बाद पूरे पुलिस प्रसाशन में हड़कंप मच गया

एटीएस चीफ ने की खुदखुशी-

हिमांशु

महारास्ट्र के एटीएस चीफ रहे हिमांशु राय ने भी मई के महीने मे गोली मार कर  खुदखुशी कर ली  थी हिमांशु राय 1988 बच के आईपीएस बैच के आफिसर थे ।

मुरादाबाद मे तैनात सिपाही सोमराज दिवाकर ने फासी लगाकर दी जान, फैजाबाद के कुमारंज मे तैनात सिपाही ने की खुदखुशी नीरज कांस्टेबल पिछले छ महीने से राम जन्मभूमि परिसर मे कार्यरत थे 25 वर्षीय नीरज फ़ैज़ाबाद जनपद के कुममार गंज ठाणे मे तैनात थे, नीरज ने 2016 बैच मे पुलिस की नौकरी जॉइन की थी काम से तनाव मे आकार 8 दिसम्बर को उसने भी मौत को गले लगा लिया।

महिला पुलिस ने थाना परिसर मे लगाई फासी- 

उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले मे महिला कॉन्स्टेबल ने फासी लगाकर जान दे दी। सूत्रों के मुताबिक महिला कई दिनो से बीमार चल रही थी उसके शरीर पर चोट के कई निशान भी मिलें है इस घटना को हत्या भी बताया जा रहा था ।

तनाव है खुदखुशी की मुख्य वजह-

पुलिस कर्मियों पर काम का बहुत ज्यादा तनाव रहता है कभी कभी इन्हे 24 घंटे अपने कार्यक्षेत्र पर रहना पड़ता है और इस वजह से वो तनाव से घिरे रहते है और मजबूरन उन्हे आत्महत्या जैसे कदम उठाने पड़ते है ।

इन्हे भी पढ़ें-

उत्तर प्रदेश के मेरठ में आए भूकंप से हिला दिल्ली-एनसीआर

मोदी के खिलाफ राहुल के साथ भारत बंद में अधूरा विपक्ष

किन्नरो ने किया नायाब तरीके से विरोध,कहा दबाएंगे नोटा का बटन