Monday , 13 May 2024

रंग ला रही दोस्ती: रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में भारत की मदद करेगा America

भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में America अहम भूमिका निभाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की सरकार भारत को हथियार और साजोसामान मुहैया कराकर सैन्य और तकनीकी सहयोग को और गहरा कर रही है। साथ ही अमेरिकी सरकार भारत को अपना रक्षा औद्योगिक आधार विकसित करने में भी मदद कर रही है। पेंटागन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अमेरिकी सांसदों की एक समिति के समक्ष कहा कि भारत America का असली और उभरता हुआ साझेदार है।

हिंद-प्रशांत सुरक्षा से जुड़े मामलों के कार्यकारी सहायक रक्षा सचिव डेविड हेल्वे ने सांसदों से कहा कि  हथियार और साजोसामान मुहैया कराने के लिए हम भारत के साथ सैन्य एवं तकनीकी सहयोग को और गहरा करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि हम परस्पर सहयोगी सुरक्षा बलों और क्षमताओं का निर्माण कर सकें और भारत के रक्षा औद्योगिक आधार विकसित करने में मदद कर सकें।

America

इसका मकसद यह है कि भारत अपनी जरूरतों के हिसाब से साजोसामान का उत्पादन कर सके और हमारे तथा क्षेत्र के अन्य देशों के साथ मिलकर काम कर सके। सदन की सशस्त्र सेवा समिति के समक्ष सुनवाई के दौरान सांसद डौग लैंबोर्न के सवालों के जवाब में हेल्वी ने कहा कि 2016 में अमेरिका ने भारत को एक प्रमुख रक्षा साझेदार का दर्जा दिया था। इसके तहत अमेरिका लगातार भारत को प्रौद्योगिकी साझा करने की दिशा में काम करता रहेगा। अमेरिका यह कदम उसी तरह उठा रहा है, जैसा वह अपने करीबी सहयोगियों और साझेदारों के साथ करता है।

America चीजों को प्राथमिकता दे रहा है

हेल्वे ने कहा कि America जिन चीजों को प्राथमिकता दे रहा है, उनमें से एक यह है कि भारत के साथ रक्षा साझेदारी को बढ़ाने की राह तलाशी जा रही है, ताकि दोनों देश रक्षा हितों के आधार पर साझा रणनीतिक हितों को देखते हुए रक्षा क्षेत्र में एक साथ काम कर सकें।

हेल्वे ने यह बयान अमेरिका के रक्षा मंत्री जनरल लॉयड जे ऑस्टिन की भारत यात्रा से पहले दिया है। ऑस्टिन 19-21 मार्च को अपने पहले भारत दौरे पर आएंगे। इस दौरान दोनों पक्षों द्वारा स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने के तरीकों और रक्षा संबंधों को मजबूत करने की उम्मीद है। ऑस्टिन ने कहा था कि वह भारत यात्रा के दौरान अमेरिका और भारत के बीच रक्षा साझेदारी को गहरा करने और दोनों देशों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिएद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दूसरे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुडे़ नेताओं से मुलाकात करेंगे।