Friday , 26 April 2024

इलाहाबाद के मूल निवासी वाइस एडिमरल अजेंद्र बहादुर सिंह बने ईस्टर्न नेवल कमांड के कमांडिंग ऑफिसर

दीप्ति सिंह

लखनऊ।  वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने सोमवार को विशाखापटनम में ईस्टर्न नेवल कमांड के कमांडिंग अफिसर का पद संभाला।‌ नेवल बेस पर हुई एक शानदार परेड सेरेमनी में उन्हें यह जिम्मेदारी मिली। इससे पहले यह पद वाइस एडिमरल अतुल कुमार जैन के पास था। वाइस एडिमरल एबी सिंह ने गार्ड सेरेमनी और विभिन्न् नेवी पलटनों का निरीक्षण किया। नेवी के अलग अलग विंग के कमांडिंग ऑफिसर्स इस सेरेमनी का हिस्सा बने। वाइस एडिमरल एबी सिंह ने इस मौके पर देश के लिए शहीद हो चुके जवानों को याद किया। साथ ही बीच रोड स्थित वॉर मेमोरियल पर उन्होंने पुष्पांजिल अर्पित की।

वाइस एडिमरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने नेशनल डिफेंस एकेडमी खड़गवासला से एक जुलाई 1983 को पास आउट किया था। उन्होंने अपने 38 साल के नेवी किरयर में विभिन्न जिम्मेदारियां संभाली। वह नेविगेशन और डायरेक्शन स्पेशिलस्ट भी माने जाते हैं। उन्होंने देश विदेश के विभिन्न प्रोफेशनल कोर्स पास किये हैं। उन्होंने मद्रास यूनिविर्सटी में स्टाफ कोर्स के दौरान पहली मास्टर्स डिग्री प्राप्त की। यहां उन्हें स्कडर मेडल भी मिला। उन्होंने यूके की क्रेनफील्ड यूनिविर्सटी से ग्लोबल सिक्योरिटी में मास्टर्स की डिग्री भी प्राप्त की है। ऑपरेशन में उनका अनुभव काफी लंबा चौड़ा है।वह भारतीय नेवलशिप वीर, विध्यगिरी, त्रिशूल और विराट के कमांडिंग आफिसर रह चुके हैं। वह 2019 में वेस्टर्न नेवल कमांड के चीफ ऑफ स्टाफ भी रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने कई अहम एक्टिविटीज को पूरा किया। उनके पास श्रीलंका में हुई पवन और पराक्रम एक्टीविटीज में फ्लीट नेविगेटिंग आफिसर होने का भी अनुभव है। उन्होंने ईस्टर्न फ्लीट को कमांड किया है। साथ ही वह ईस्टर्न सी-बोर्ड की विभिन्न बारीकियों और हलचलों से अच्छे से परिचित हैं। उन्होंने 2014 में आए सुपर साइक्लोन हुडहुड पर भी काम किया है। उन्होंने नेवी के विभिन्न ज्वाइंट ऑपरेशंस में अपनी भूमिका निभाई है। उन्हें इसका भी खासा अनुभव है।

वह यूपी सैनिक स्कूल के इकलौते छात्र हैं जिन्हें भारतीय नेवी में कमांडर इन चीफ का पद मिला है। उन्हें 2011 और 2016 में अपनी विशेष सेवाओं के लिए विशिष्ट सेवा मेडल भी मिल चुका है। उनकी पत्नी का नाम श्रीमती चारू है जो अब नेवी वाइव्ज वेलफेयर एसोसिएशन की हेड हैं। उनकी दो बेटियां अम्बिका और अजिता हैं।

सेना में यूपी के कई ऑफिसर्स कर रहे हैं राज्य का नाम ऊंचा

रक्षा की कुल 17 कमांड हैं। इनमें से दो के कामंडर अभी यूपी के मूल निवासी हैं। साथ ही यूपी के लिए यह गर्व की बात है कि दोनों कमांडर यूपी सैनिक स्कूल के कैडट रह चुके हैं।वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह के अलावा यूपी के मूल निवासी ले. जनरल राज शुक्ला दूसरे ऐसे कमांडर हैं। ले. जनरल शुक्ला वर्तमान में आर्मी ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं।