Wednesday , 1 May 2024

पीएम मोदी की सहजता की मुरीद हुईं बीसी सखी शबाना परवीन

  • शबाना से संवाद कर खूब आगे बढ़ने की प्रेरणा दी प्रधानमंत्री ने
  • उनकी नौ माह की बिटिया को खूब दुलारा, जीवन में तरक्की का दिया आशीर्वाद

प्रयागराज/लखनऊ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं की सुरक्षा, स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता के लिए सिर्फ नारे ही नहीं देते, बल्कि धरातल पर यह सबकुछ संभव दिखे इसके लिए आत्मीय पहल भी करते हैं। महिला आत्मनिर्भरता को लेकर पीएम मोदी की भावनात्मक और प्रेरणादायी पहल की साक्षी बनीं सहारनपुर की बैंकिंग कारेस्पांडेंट सखी (बीसी सखी) शबाना परवीन। पीएम ने न केवल इस बीसी सखी से बात की बल्कि उनकी नौ माह की गुड़िया सिदरा पर भी प्यार-दुलार बरसाया। शबाना पीएम की सहजता की मुरीद हो गई हैं। उनका कहना है कि जिस देश में प्रधानमंत्री खुद सीधे गांव की महिलाओं से जमीनी संवाद करते हों, उस देश की तरक्की को कोई रोक नहीं सकता।

प्रयागराज में मातृशक्ति महाकुम्भ में प्रधानमंत्री ने मंगलवार को जहां नारी शक्ति, देश की शक्ति का मंत्र दिया तो वहीं उन्होंने सरकारी प्रोत्साहन व योजनाओं से जुड़कर स्वावलंबन से आत्मनिर्भरता की डगर पर बढ़ चलीं महिलाओं से संवाद भी किया। यह संवाद बिलकुल ही अनौपचारिक भाव में रहा, बेलौस। प्रधानमंत्री और स्वावलंबी हो रही महिला के बीच, बिना किसी हस्तक्षेप के।
पीएम मोदी से बातचीत करने वालीं सहारनपुर जिले के रामपुर मनिहारन ब्लाक के ग्राम सिरसलिकलां की बीसी सखी शबाना परवीन को यकीन ही नहीं हो रहा कि आज उनसे देश के प्रधानमंत्री खुद मुखातिब थे। उनके कार्यों के बारे में इत्मीमान से सुन रहे थेे, उन्हें और आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रहे थे। यही तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहजता है। पीएम ने शबाना से उनके काम के बारे में पूछा, जानना चाहा कि एक नन्हीं सी गुडिया की देखभाल के बीच वह बैंकिंग कामकाज कैसे करती हैं?
शबाना बताती हैं कि जब प्रधानमंत्री आए तो इतने बडे ओहदे के व्यक्तित्व के सामने कुछ संकोच हो रहा था, गला भारी हुआ पड़ा था, लेकिन पीएम मोदी की संवाद सरलता से वह भी बेतकल्लुफ होकर उनके सवाल का जवाब देती रहीं। उन्होंने पीएम को बताया कि उनके गांव से बैंक आठ किमी दूर है। इससे बुजुर्गों, महिलाओं व दिव्यांगों को असुविधा होती थी। बीसी सखी की योजना इनके लिए वरदान साबित हुई है। शबाना ने प्रधानमंत्री को बताया कि नवम्बर में उन्होंने बीसी सखी के रूप में कार्य करना शुरू किया तो गांव के बुजुर्गों, महिलाओं व दिव्यांगों को बैंक जाने की परेशानी से मुक्ति मिल गई। वह बैंक से वित्तीय लेनदेन कर इन लोगों का पैसा उनके घर पहुंचा देती हैं। शबाना अब तक पचपन लाख रुपये का बैंकिंग ट्रांजेक्शन कर अपने जनपद में अव्वल बीसी सखी बनी हैं।
बकौल शबाना, यह जानकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शाबासी दी और कहा कि आप बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं। ऐसे ही आगे बढते रहिए।
शबाना से संवाद के दौरान पीएम मोदी ने उनकी नौ माह की बिटिया सिदरा परवीन को खूब दुलारा। घर के अभिभावक की तरह गोद में उछाला, यह विश्वास दिखाते हुए कि हर परिस्थिति में वह उसके साथ हैं। सिर पर हाथ फेरकर आशीर्वाद दिया। साथ ही शबाना से बोले, आपकी यह गुडिया जीवन में खूब तरक्की करेगी, खूब आगे बढ़ेगी
महिलाओं के सम्मान, स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता से जुड़े प्रयागराज के मंगलवार के कार्यक्रम की सहभागी बनकर शबाना की खुशी का ठिकाना नहीं है। महिलाओं के उत्थान को लेकर केंद्र व राज्य की सरकारों के कार्यों के बारे में सवाल करने पर बीसी सखी शबाना कहती हैं कि पीएम मोदी और सीएम योगी की मंशा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की है और इस दिशा में काम भी तेजी से हो रहा है। ऐसा नहीं होता तो मुझे भी इतने बड़े आयोजन में शामिल होने का, सीधे प्रधानमंत्री से बात करने का मौका नहीं मिलता। बकौल शबाना, महिलाओं को आगे बढाने के लिए जैसे काम हो रहे हैं, वैसे ही आगे होते रहे हो तो पूरा देश, पूरा प्रदेश और सभी लोग तरक्की की राह पर होंगे। शबाना को पीएम मोदी से संवाद का अवसर और प्रधानमंत्री की तरफ से प्रेरणा मिलने से उनके पति सिकन्दर भी खूब गदगद हैं।